नई दिल्ली, । दिल्ली
पुलिस ने दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने दिल्ली
और उसके आसपास के इलाकों में अपराधियों और गैंगस्टरों को अवैध हथियार और
गोला-बारूद की आपूर्ति करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पदार्फाश किया
है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने दो आरोपियों के कब्जे से 0.32 बोर की
12 अवैध पिस्तौलें भी बरामद की हैं। आरोपियों की पहचान मध्यप्रदेश के
छतरपुर निवासी मोहम्मद अजीज और अरशद खान के रूप में हुई है। पुलिस के
अनुसार, दोनों आरोपी व्यक्ति लंबे समय से दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी यूपी और
राजस्थान के गैंगस्टरों को अवैध हथियारों की आपूर्ति कर रहे थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अधिकारी
ने कहा, आरोपी 10,000 रुपये से 12,000 रुपये प्रति पिस्टल के हिसाब से
अवैध पिस्टल खरीदते थे और उसे दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी यूपी और राजस्थान के
अपराधियों को 35,000 से 50,000 रुपये प्रति पिस्टल के हिसाब से बेचते थे।
स्पेशल सेल के डीसीपी आलोक सिंह ने कहा कि दिल्ली और आसपास के राज्यों में
विभिन्न अपराधों में अवैध आग्नेयास्त्रों (बंदूकों) के उपयोग के मद्देनजर,
ऐसे राष्ट्र विरोधी तत्वों के नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए एक टीम
चौबीसों घंटे काम कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली-एनसीआर में
सक्रिय अवैध आग्नेयास्त्र आपूर्तिकर्ताओं और उनके सहयोगियों के बारे में
विभिन्न स्रोतों के माध्यम से जानकारी एकत्र की जा रही थी। इसके अलावा,
विभिन्न मामलों की जांच के दौरान, यह पता चला कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और
राजस्थान के आग्नेयास्त्रों के तस्कर मध्य प्रदेश और बिहार के अवैध
आग्नेयास्त्रों के आपूर्तिकर्ताओं के संपर्क में हैं और उनसे अवैध
आग्नेयास्त्रों की खरीद कर रहे हैं।
15 मार्च को पुलिस टीम को विशेष
इनपुट मिलने के बाद सराय काले खां बस टर्मिनल के पास एक जाल बिछाया गया और
एक हथियार सिंडिकेट के दो प्रमुख सदस्यों, अजीज और अरशद को गिरफ्तार कर
लिया गया। पूछताछ में पता चला कि दोनों दो साल से अधिक समय से अवैध पिस्तौल
की तस्करी में शामिल थे।
डीसीपी ने कहा कि वे दिनेश से अवैध
पिस्तौल खरीदते थे और उसे दिल्ली/एनसीआर, पश्चिमी यूपी और राजस्थान के
अपराधियों को बेचते थे। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि मध्यप्रदेश के खंडवा
का रहने वाला दिनेश मार्च 2023 के पहले सप्ताह में दिल्ली आया था और हाशिम
बाबा गिरोह के सदस्य राशिद केबलवाला के सहयोगियों में से एक से मिला था।
आरोपियों
ने आगे खुलासा किया कि वे दिनेश के निर्देश पर राशिद केबलवाला के उपरोक्त
सहयोगी को अवैध पिस्तौल की यह खेप देने दिल्ली आए थे। इस हथियार और गोला
बारूद नेटवर्क के सभी आगे और पीछे के लिंक की पहचान करने के लिए आगे की
जांच जारी है।
--आईएएनएस
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