नई दिल्ली। आर्मी चीफ बिपिन रावत के असम में बांग्लादेशियों की घुसपैठ और बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ के उभार पर दिए गए बयान सियासी घमासान जारी है। एमआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ही नहीं, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रैटिक फ्रंट के अध्यक्ष एम. बदरुद्दीन अजमल ने भी आर्मी चीफ पर निशाना साधा है। इसी बीच अब सेना बिपिन रावत के समर्थन में उतर आई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सेना ने आर्मी चीफ के बयान का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने कोई राजनीतिक या धार्मिक बात नहीं कही है। विवाद बढऩे के बाद सेना ने गुरुवार को कहा कि आर्मी चीफ ने डीआरडीओ भवन में नॉर्थ-ईस्ट पर आयोजित सेमिनार में सिर्फ विकास और एकीकरण बात कही थी। उन्होंने कोई राजनीतिक या धार्मिक टिप्पणी नहीं की।
आर्मी चीफ के बयान पर किसने क्या कहा...
बदरुद्दीन अजमल: आर्मी चीफ बिपिन रावत पर निशाना साधते हुए ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रैटिक फ्रंट के अध्यक्ष एम. बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि जनरल बिपिन रावत ने एक राजनीतिक बयान दिया है, यह चौंकाने वाला है! आर्मी चीफ के लिए यह चिंता की बात क्यों है कि लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के विचारधारा वाली कोई राजनीतिक पार्टी बीजेपी से तेजी से आगे बढ़ रही है? बड़ी पार्टियों के कुशासन के चलते ही एआईयूडीएफ और आप जैसी पार्टियां बढ़ी हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के बयान देकर क्या आर्मी चीफ राजनीति में दखल नहीं दे रहे हैं? उनके लिए ऐसा करना संविधान के खिलाफ हैं। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस पर ध्यान दें।
अमीनुल इस्लाम: एआईयूडीएफ के विधायक अमीनुल इस्लाम ने आर्मी चीफ के बयान पर कहा, एआईयूडीएफ पिछले हुए लोगों के लिए काम कर रही है। इसीलिए हमारी लोकप्रियता बीजेपी से ज़्यादा तेजी से बढ़ रही है। हमें उम्मीद है कि असम के लोग जाति और धर्म से ऊपर उठकर, हमारी पार्टी को स्वीकार करेंगे और जल्द हमारी पार्टी सत्ता में आएगी।
अखिलेश प्रताप सिंह: कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि आर्मी चीफ को इस तरह के बयान से बचना चाहिए था, लेकिन समस्याओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ओवैसी को जबर्दस्ती बयान देने की आदत है। वह बेवजह बयान देते हैं। सेना पर बयानबाजी नहीं होनी चाहिए।
सुब्रमण्यन स्वामी: बीजेपी ने कहा कि किसी व्यक्ति द्वारा अपनी बात रखने में बुराई क्या है? बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि आर्मी चीफ ने समस्या के बारे में जानकारी दी है। इस पर विवाद नहीं होना चाहिए।
असदुद्दीन ओवैसी : एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि राजनीतिक दलों पर टिप्पणी करना आर्मी चीफ का काम नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पार्टी के गठन और विस्तार की इजाजत है। ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, आर्मी चीफ को किसी पार्टी के विस्तार पर टिप्पणी करने का हक नहीं है। लोकतंत्र और संविधान में पार्टी के गठन की इजाजत है। आर्मी चुनी हुए नेतृत्व के अंदर काम करती है।
ये था बिपिन रावत का बयान, जिस पर मचा बवाल
हेमंत की भाभी सीता सोरेन भाजपा में शामिल, सुबह JMM पार्टी के सभी पदों से दिया था इस्तीफा
भजनलाल सरकार ने अखबारों को एक महीने में दे दिए 25 करोड़ से अधिक के विज्ञापन, यहां देखें सूची
पशुपति नाथ पारस ने दिया कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा, NDA में एक भी सीट न मिलने से थे नाराज
Daily Horoscope