नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक टीबी रोग को खत्म करने के लक्ष्य के साथ मंगलवार को विज्ञान भवन में टीबी मुक्त शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने टीबी रोग को लेकर चिंता जाहिर की। अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि टीबी को 25 साल पहले डब्ल्यूएचओ द्वारा इमरजेंसी घोषित किया गया था तभी से इसके खिलाफ अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह अभी तक काम किया जा रहा है उसे एक बार फिर से शुरू करने की जरूरत है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पीएम ने कहा, हमलोग अब तक टीबी जैसी ख़तरनाक बीमारी पर नियंत्रण नहीं कर पाए हैं। मुझे ऐसा लगता है कि अगर 10-15 साल की मेहनत के बाद भी परिणाम अच्छा नहीं आता है तो फिर हमें अपने तरीके में बदलाव लाना होगा।
उन्होंने कहा, भारत से टीबी के सफाए के लिए राज्य सरकारों की भूमिका महत्वपूर्ण है। मैंने सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर इस अभियान से जुडऩे को कहा है। यहां आज कई ऐसे मंत्री और अफ़सर मौजूद हैं जो ख़ुद भी एक टीम के तौर पर भारत को टीबी मुक्त करने की दिशा में मेहनत करने को तैयार हैं।
पीएम ने एक बार फिर से पूर्व की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलेते हुए कहा, इससे पहले टीबी जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ जिस गति से उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा था उससे अगले 40 साल में काम पूरा होता। लेकिन आज मैं काफी विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अगले 1 साल में 90 फीसदी तक टीबी पर नियंत्रण हो जाएगा।
आपको बता दें कि विज्ञान भवन में स्वास्थ्य मंत्रालय, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्रीय कार्यालय (SEARO) और स्टॉप टीबी के सहयोग द्वारा इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
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