नई दिल्ली। यदि दिल्ली निकाय चुनाव के नतीजे चुनावी सर्वे और एग्जिट पोल्स के रूप में साकार होते हैं, तो आम आदमी पार्टी और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल की टेंशन काफी बढ़ाने वाले साबित होंगे। पहले पंजाब एवं गोवा चुनाव और बाद में दिल्ली में एक सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी को मिली शर्मनाक हार से उपजा असंतोष और ज्यादा बढ़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी का असंतुष्ट धड़ा केजरीवाल की अगुआई वाले शीर्ष नेतृत्व को घेरने के लिए तैयार बैठा है और इसके लिए वह एमसीडी नतीजों का इंतजार कर रहा है। शायद इसी के मद्देनजर आप के अंदर आगे की रणनीति तैयार करने पर विचार शुरू हो गया है।
सोमवार सुबह आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के कुछ सदस्य दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पहुंचे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह मुलाकात सिर्फ एमसीडी चुनाव को लेकर ही हुई। बुधवार को आने वाले चुनावी नतीजे यह तय करेंगे कि दिल्ली की एमसीडी पर किसका कब्जा होगा। हालांकि, आम आदमी पार्टी के लिए इस परिणाम का असर सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि पंजाब इकाई पर भी पड़ेगा। पंजाब पर इसलिए क्योंकि वहां विधानसभा चुनाव के बाद से ही आप के कुछ विधायकों ने दिल्ली से दिए जाने वाले दिशा-निर्देशों पर आपत्ति जताई थी। इन नेताओं ने पंजाब की हार के लिए भी दिल्ली आलाकमान को दोष दिया था।
विरोध के झंडे बुलंद
केजरीवाल को सीएम पद से हटाने की मांग को लेकर नई याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल
तेजस्वी ने पप्पू यादव का नाम लिए बिना कहा- राजद का गठबन्धन कांग्रेस से, किसी व्यक्ति से नहीं
अब्बास अंसारी पिता के जनाजे में शायद ही हो सकेंगे शामिल, लोगों ने कहा - जब राम रहीम को पैरोल तो...
Daily Horoscope