नई दिल्ली। आज चुनाव आयोग ने ईवीएम के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक
के बाद चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों को चुनौती दी है कि वो ईवीएम को हैक
करके दिखाएं। ईवीएम हैक करने के लिए (हैकाथॉन) चुनाव आयोग ने पार्टियों को सोमवार तक
का समय दिया है। ज्ञातव्य है कि कांग्रेस और आप सहित करीब 16 विपक्षी दलों
ने ईवीएम में गडबडी का आरोप लगाया था। विपक्ष के आरोप के बाद चुनाव आयोग ने
सर्वदलीय बैठक बुलाई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
क्या हुआ बैठक मे:
चुनाव आयोग द्वारा
बुलाई गई बैठक में 7 राष्ट्रीय पार्टियां और 35 मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय
पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। मीटिंग की शुरुआत मुख्य चुनाव आयुक्त
नसीम जैदी ने ईवीएम में छेडछाड के अलावा वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल
(वीवीपैट) के प्रस्तावित इस्तेमाल के बारे में बात की। जैदी के भाषण के बाद
आईटी विशेषज्ञों ने पार्टियों के प्रतिनिधियों को ईवीएम में इस्तेमाल होने
वाले सुरक्षा मानकों के बारे में बताया। इसके बाद सभी पार्टियों के
नुमाइंदों को बोलने के लिए 5 मिनट का वक्त दिया गया।
विपक्ष एकजुट नहीं:
चुनाव
आयोग द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष बंटा हुआ नजर आया। एक तरफ
जहां आम आदमी पार्टी ईवीएम में टेंपरिंग की बात करते हुए वीवीपीएटी से
चुनाव कराने की बात कर रही है, वहीं बीएसपी बैलेट पेपर से चुनाव कराने के
पक्ष में हैं। जेडीयू की तरफ से केसी त्यागी ने कहा कि चुनाव आयोग विश्वास
बहाल करें। बीजेपी की तरफ से इस बैठक में भूपेन्द्र यादव, आम आदमी पार्टी
से मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज, एनसीपी से डीपी त्रिपाठी और बीएसपी से
सतीश चंद्र मिश्र और जेडीयू से केसी त्यागी शामिल हुए।
ईवीएम हैक करने का चैलेंज:
सर्वदलीय
बैठक में चुनाव आयोग ने ईवीएम पर सवाल उठाने वाली पार्टियों को ईवीएम हैक
करने का चैलेंज दिया। इसके लिए आयोग ने सभी पार्टियों को मीटिंग में अपने
तीन नुमाइंदे भेजने को कहा है।
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