नई दिल्ली। नक्सली हमले के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को सुकमा
पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।
उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मौजूद थे। इसके अलावा गृह
राज्यमंत्री हंसराज अहीर भी उनके साथ हैं। बाद में उन्होंने सीएम रमन सिंह
के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि सुकमा में हमला करना
नक्सलियों की कायराना हरकत को दर्शाता है। राजनाथ ने कहा कि सुकमा में जो
हमला किया गया है, वह बेहद कायरतापूर्ण है। आदिवासियों को अपनी ढाल बनाकर
विकास के खिलाफ जो अभियान छेड़ा जा रहा है, इसमें नक्सली कभी कामयाब नहीं
होंगे। केंद्र और राज्य साथ मिलकर इस पर कार्रवाई करेंगे।
केंद्रीय
गृहमंत्री ने कहा कि अपने बहादुर जवानों के बलिदान को हम ब्यर्थ नहीं जाने
देंगे। उन्होंने कहा कि सुकमा हमला सीआरपीएफ की कार्रवाई से वामपंथी
उग्रवादियों की बौखलाहट का नतीजा है। हम इस हमले को एक चुनौती की तरह ले
रहे हैं। यह एक सोची समझी हत्या है। राजनाथ ने कहा क िनक्सली नहीं चाहते
हैं कि आदिवासी क्षेत्र का विकास हो। राजनाथ ने कहा कि हमारे 25 जवान शहीद
हुए हैं, हम उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि हम
अपनी रणनीति को सभी के सामने नहीं बता सकते हैं। हम अपनी रणनीति पर काम
करेंगे और दोबारा से नई रणनीति बनाएंगे। राजनाथ ने कहा कि पिछले काफी समय
से राज्य और केंद्र से मिलकर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया है, जिससे
नक्सलियों के हौसले पस्त हैं। उन्होंने कहा कि अगर यहां पर अधिक अफसरों की
पोस्टिंग करनी होगी, तो की जाएगी। इस मुद्दे पर 8 मई उच्च स्तरीय बैठक
होगी, जिसमें नई रणनीति पर चर्चा होगी। गृहमंत्री ने कहा कि हमें सीआरपीएफ
के नेतृत्व पर कोई शक नहीं है।
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