पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना क्षेत्र में शनिवार को एक बोलेरो से कुचलकर नौ बच्चों की मौत के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मनोज बैठा को गिरफ्तार कर लिया है। सीतामढ़ी पुलिस ने मनोज बैठा को सोमवार देर रात नेपाल के मलंगवा बोर्डर के पास से गिरफ्तार किया। सोनबरसा प्रखंड के फतहपुर निवासी मनोज बैठा की गिरफ्तारी के लिए डीआइजी अनिल कुमार सिंह के निर्देश पर विशेष टीम बनाई गई थी। मुजफ्फरपुर व सीतामढ़ी पुलिस की टीम ने कई स्थानों पर दिन भर छापेमारी की। लेकिन, वह हाथ नहीं लगा। उसके नेपाल में छिपने की आशंका थी। इस आधार पर सीमा क्षेत्र में लगातार छापेमारी चलती रही। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस बीच सोनबरसा पुलिस को उसके मलंगवा बोर्डर क्षेत्र में छिपने की सूचना मिली। इस पर कार्रवाई करते हुए उसे देर शाम पकड़ लिया गया। मीनापुर के थाना प्रभारी सोना प्रसाद सिंह ने बताया कि अब तक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि जब यह हादसा हुआ था, तब बोलेरो खुद मनोज बैठा चला रहा था। इससे पहले मीनापुर थाने में पुलिस ने ग्रामीण मोहम्मद अंसारी और अन्य ग्रामीणों के बयान पर मनोज बैठा के खिलाफ गैरइरादतन हत्या के आरोप में एक प्राथमिकी दर्ज की थी। इधर, बीजेपी ने मनोज बैठा को पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।
मनोज भाजपा महादलित प्रकोष्ठ के सीतामढ़ी जिलास्तर का एक नेता था। मनोज बैठा सीतामढ़ी का रहने वाला है। मनोज बैठा की पत्नी किरण कुमारी आंगनबाड़ी सेविका है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर क्षेत्र में धर्मपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय के सामने एक तेज रफ्तार बोलेरो की चपेट में आने से नौ बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 15 से ज्यादा बच्चे घायल हो गए थे। इस हादसे में भाजपा नेता का नाम आने के बाद बिहार की राजनीति गर्मा गई थी।
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