गुवाहाटी| केंद्रीय वाणिज्य
और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि देश में 25 सालों बाद नई
औद्योगिकी नीति तैयार की जा रही है, जो भारतीय उद्योगों को भविष्य के लिए
तैयार करने को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है।
प्रस्तावित नई नीति पर 'उद्योग के साथ राष्ट्रव्यापी परामर्श' शुरू करने के
लिए यहां आयोजित एक समारोह में मंत्री ने यह बात कही। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रभु के
मुताबिक, इस नीति को इस रूप में तैयार किया जा रहा है कि यह उद्योग की
भविष्य की आवश्यकताओं का पर्याप्त रूप से ध्यान रखेगी।
मंत्री ने उद्योग के लिए व्यापार को आसान बनाने के लिए 'सरकार द्वारा ध्यान दिए जाने' पर जोर दिया।
इस
संबंध में, उन्होंने उद्योग पर नियमों के बोझ को कम करने के लिए सरकार की
कई पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने केंद्र-राज्य सहयोग और जिला स्तर पर भी
परिवर्तन की आवश्यकता के महत्व के बारे में चर्चा की।
फिक्की के साथ साझेदारी में औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग द्वारा इस परामर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
फिक्की ने एक बयान में कहा कि इस कार्यक्रम में पूर्वोत्तर के 120 से अधिक उद्योगपतियों ने भाग लिया।
आईएएनएस
केजरीवाल को सीएम पद से हटाने की मांग को लेकर नई याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल
तेजस्वी ने पप्पू यादव का नाम लिए बिना कहा- राजद का गठबन्धन कांग्रेस से, किसी व्यक्ति से नहीं
अब्बास अंसारी पिता के जनाजे में शायद ही हो सकेंगे शामिल, लोगों ने कहा - जब राम रहीम को पैरोल तो...
Daily Horoscope