आयुर्वेद के अनुसार बेर दिल की सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी है। बेर खाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है, जिससे दिल से जुछी बीमारियां होने की आशंका कम हो जाती है। बरे खाने से बार-बार प्यार लगने की शिकायत भी दूर होती है। खट्टे-मीठे बेर में पोटैशियम, कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस और खनिज पदार्थ आदि भी होते हैं। इन सभी तत्वों से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है और शरीर में रोगों से लडने की क्षमता बढती है। गर्मियों में पौधे सुषुप्तावस्था में प्रवेश कर जाते हैं व उस समय पत्तियां अपने आप ही झड जाती हैं तब पानी की आवश्यकता नहीं के बारबर होती है। इस तरह बेर अधिक तापमान तो सहन कर लेता है लेकिन शीत ऋतु में पडने वाले पाले के प्रति अतित संवेदनशील होता है। क्योंकि इसमें कम पानी व सूखे से लडने की विशेष क्षमता होती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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