आगामी 21 सितम्बर से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे हैं। जो
लोग अभी तक किसी कारण से कोई अनुष्ठान अथवा पुरश्चरण नहीं कर सके हैं
उन्हें 21 तारीख से अवश्य शुरू कर देना चाहिए। यह जरुरी नहीं है कि नवरात्र
में केवल मां दुर्गा की ही उपासना की जाती है बल्कि इस समय आप किसी भी
इष्ट देवता के मंत्रो का अनुष्ठान कर सकते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नवरात्र
के पहले दिन अपने गुरु देव से मंत्र दीक्षा लेकर, उसका अनुष्ठान करना
चाहिए। कुछ साधको के मन में एक प्रश्न रहता है कि क्या नवरात्र में शरू
किया गया अनुष्ठान नवरात्र में ही पूर्ण करना जरुरी है , नहीं ऐसा बिल्कुल
नहीं है। ये अनुष्ठान आप 21 अथवा 40 दिन में भी पूर्ण कर सकते हैं लेकिन
यदि हो सके तो अंतिम नवरात्र तक पूर्ण कर लेना चाहिए।
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