CP1
सिडनी। यदि आप सोचते हैं कि अपने मोटे दोस्तों पर फब्तियां कसकर आप उन्हें उनका वजन घटाने के लिए कुछ करने को बाध्य करेंगे तो एक बार फिर सोचें। एक नए शोध में पाया गया है कि मोटे लोगों को शर्मिदा करने के लिए की जाने वाली टिप्पणी का उन पर उल्टा असर हो सकता है। न्यू साउथ वेल्स यूनीवर्सिटी के मनोवैज्ञानिक लेनी वैरटेनियन ने बताया कि वजन को लेकर शर्मिदगी से ऎसे लोगों में व्यायाम करने की प्रेरणा प्रभावित हो सकती है। ओबेसिटी पत्रिका ने वैरटेनियन के हवाले से लिखा है, शोध बताते हैं कि अधिक वजन वाले और मोटे लोगों को शर्मिदा करना खानपान तथा व्यायाम को लेकर उनके व्यवहार को प्रभावित कर सकता है। वास्तव में इसका उन पर उल्टा असर हो सकता है, वे खानपान तथा व्यायाम को लेकर अधिक उदासीन हो सकते हैं। वैरटेनियन ने इस सर्वेक्षण में 111 वयस्क स्त्री-पुरूषों को शामिल किया। उनसे मनोविज्ञान पर आधारित कई सवाल पूछे गए। लगभग आधे लोगों ने सप्ताह में कम से कम एक बार वजन को लेकर शर्मिदा होने की बात कही। उन्हें जितना शर्मिदा किया गया, उन्होंने उतने ही नकारात्मक ढंग से सोचा और व्यायाम को लेकर उदासीनता भी उनमें आई। वैरटेनियन के अनुसार, यह पाया गया कि मोटे लोगों के साथ उनके वजन के कारण अक्सर भेदभाव किया जाता है, साथ ही उनमें स्वास्थ्य को लेकर भी समस्या होती है। मोटे लोग पूर्वाग्रह, भेदभाव तथा खराब व्यवहार के शिकार भी होते हैं।
जयपुर लोकसभा चुनाव - भजनलाल, दीया और कैलाश वर्मा के क्षेत्रों में सबसे कम वोटिंग, रामचरण बोहरा का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाएगी बीजेपी
राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को लेकर फिर सरकार को घेरा, कहा- हटा देंगे इसको
पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका, भाजपा में शामिल हुए तजिंदर सिंह बिट्टू और करमजीत कौर
Daily Horoscope