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नई दिल्ली। 175 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा के लिए भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक नई दिल्ली में शुरू हो गई है। बैठक में भाजपा के प्रभाव वाले यूपी, बिहार, छत्तीसगढ, झारखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र की सीटों पर फैसला लिया जाना है। सूत्रों के मुताबिक, माना जा रहा है बीजेपी अपने उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट शुक्रवार को जारी कर सकती है। इस सूची में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, हरियाणा, केरल, लक्षद्वीप के उम्मीदवारों के नाम शामिल होंगे। लेकिन सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गुजरात के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा अभी नहीं होगी। ऐसे में नरेंद्र मोदी कहां से चुनाव लड़ेंगे, इसकी घोषणा अभी नहीं होने के आसार हैं। खबर है कि नरेंद्र मोदी दो सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। इनमें एक सीट गुजरात से और दूसरी उत्तर प्रदेश की वाराणसी हो सकती है। सूत्रों की मानें तो मोदी खुद गुजरात और यूपी से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। ऐसे हालात में वाराणसी के मौजूदा सांसद मुरली मनोहर जोशी को कानपुर से पार्टी का टिकट दिया जा सकता है। वहीं पटना साहिब सीट से पार्टी शत्रुघ्न सिन्हा और रविशंकर प्रसाद के नाम पर विचार कर रही है। इसके अलावा पंजाब की अमृतसर सीट से नवजोत सिंह सिद्धू या अरुण जेटली को मैदान में उतारा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, ज्यादातर सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए गए हैं, लेकिन बीस सीटों पर जबर्दस्त विरोध है। यहां से एक ज्यादा उम्मीदवार हैं। बैठक बैठक के बाद भाजपा आज उम्मीदवारों की तीसरी और सबसे अहम लिस्ट जारी करेगी। सूत्रों के मुताबिक, विवादों में घिरी वाराणसी, लखनऊ और कानपुर की सीट पर इस बैठक में चर्चा नहीं होगी। बैठक में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी समेत अन्य वरिष्ठ नेता हिस्सा ले रहे हैं। पार्टी आज बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड की लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान भी कर देगी। इस चुनाव में भाजपा के लिए अहम बिहार, यूपी में उम्मीदवारों पर फैसला करना सबसे ज्यादा मुश्किल साबित हो रहा है। दोनों जगहों पर बाहरी उम्मीदवारों को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त नाराजगी है। ऎसे में पार्टी को पुराने कार्यकर्ताओं के बागी होने का डर भी सता रहा है। बिहार, यूपी के कई वरिष्ठ नेता इतना तक कह रहे हैं कि अगर हमारा टिकट काटकर मजबूत उम्मीदवार के नाम पर बाहरी उम्मीदवार को थोपा गया, तो हम मोदी लहर की हवा निकाल देंगे। कुछ टीवी चैनलों के अनुसार, यही वजह है कि उत्तर प्रदेश की सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का एलान आज नहीं होगा। आगामी 15 मार्च को होने वाली चुनाव समिति बैठक में उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर फैसला आने की संभावना है। वाराणसी, कानपुर और लखनऊ सीट पर आज चर्चा नहीं होगी। हालांकि पार्टी सूत्रों के अनुसार, मोदी के गुजरात या उत्तर प्रदेश की किसी एक सीट से चुनाव लडना तय किया जा सकता है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो मोदी अहमदाबाद से ही चुनाव लड सकते हैं। वह एक ही सीट से लोकसभा का चुनाव लडेंगे। पहले कहा जा रहा था कि मोदी दो-दो सीटों से अपने दावेदारी पेश करेंगे। पहले चर्चा थी कि वाराणसी सीट से भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी चुनाव लड सकते हैं। लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि वहां से अब तक मोदी की दावेदारी पर बात ही नहीं हुई है। उनके मुताबिक, वाराणसी सीट को लेकर चिंता जरूर है, क्योंकि यहां भाजपा कार्यकर्ता जोशी से नाराज हैं। ऎसे में कुछ नाराज कार्यकर्ता मोदी के नाम पर जोशी का पत्ता काटना चाहते हैं। सूत्रों ने बताया कि इसी नाराजगी को देखते हुए जोशी से सीट बदलने के लिए कहा गया था, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हैं। अब माना जा रहा है कि विवाद को खत्म करने के लिए वाराणसी सीट से जोशी को ही उम्मीदवार बनाया जाएगा। बता दें कि पिछली चुनाव समिति की बैठक में वाराणसी सीट की स्थिति स्पष्ट न करने को लेकर पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से जबर्दस्त नाराजगी जताई थी। उसके बाद उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस बुलाकर कहा था कि मोदी की प्रतिष्ठा पर मैं कोई आंच नहीं आने दूंगा। राजनाथ लखनऊ से लडने पर अडे! भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह अपने लिए कभी अटल जी की सीट रही लखनऊ से चुनाव लडना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि लखनऊ सीट से मौजूदा सांसद लालजी टंडन की दावेदारी को दरकिनार करते हुए राजनाथ की उम्मीदवारी की घोषणा की जा सकती है। सूत्रों का कहना है कि कई वरिष्ठ नेता और संघ प्रचारकों को टंडन को मनाने के लिए लगाया गया है। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि गाजियाबाद में राजनाथ कि स्थिति इस बार ठीक नहीं है। सूत्रों की मानें तो वह केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से डर रहे हैं। बिहार भाजपा के कई नेता सुशील कुमार मोदी से नाराज हैं। साथ ही, नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के मामले में हस्तक्षेप नहीं करने से वे उनसे भी नाराज हैं। बिहार के कई पूर्व मंत्री, जिन्हें टिकट नहीं मिलने का डर सता रहा है, ने कहा कि अगर इसी तरह कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया, तो बिहार में भाजपा के लिए सीट निकालनी मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि मोदी हवा के नाम पर सुशील मोदी पैसा लेकर टिकट बेच रहे हैं। कुछ नेताओं ने सुशील मोदी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार की रैली में मोदी अपने भाषण में कहते हैं कि जिन लोगों ने संकट के समय बिहारियों का साथ नहीं दिया, उन्हें वोट नहीं देना है। जनता और पार्टी कार्यकर्ता अब मोदी कोट कोट करके यही कह रहे हैं कि हम उन्हीं नेताओं को वोट देंगे जो संकट के समय हमारे साथ खडे थे। उनको नहीं, जिनको ऊपर से थोपा जाएगा। दूसरी ओर, पार्टी में सीटों को लेकर चल रही उठापठक पर उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कहा, हमारी पार्टी में ऎसा कोई विवाद नही हैं। भाजपा एक बडी पार्टी है और यहां सभी फैसले मिलजुलकर लिए जाते हैं। किसे कहां से टिकट मिलने की है चर्चा लाल कृष्ण आडवाणी- गांधी नगर मुरली मनोहर जोशी- कानपुर राजनाथ सिंह- लखनऊ सुषमा स्वराज- विदिशा यशवंत सिन्हा- हजारीबाग राजीव प्रताप रूडी- सारन कल्याण सिंह - एटा उमा भारती- झांसी जसवंत सिंह- जोधपुर रामकृपाल यादव- पाटलिपुत्र शाहनवाज हुसैन-भागलपुर जनरल वीके सिंह- भिवानी बीसी खंडूरी- नैनीतल शत्रुƒन सिन्हा- पटना साहिब
लोकसभा चुनाव 2024: 3 बजे तक बिहार में 39.73%,J&K में 57.09% मतदान दर्ज,सबसे अधिक त्रिपुरा में 68.35% मतदान
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