CP1
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार के एक महीने के कार्यकाल में उसे तारीफ और आलोचना दोनों ही मिली हैं। इस दौरान अनेक लोगों ने कानून मंत्री सोमाथ भारती पर आलोचना की उंगलियां उठाई और पार्टी के एक विधायक ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विरूद्ध बगावत शुरू कर दी। दक्षिण दिल्ली के एक कॉलोनी में ड्रग्स और सेक्स रैकेट पर छापा मारने के कारण विपक्षी पार्टियां भारती को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। चाहे तारीफ हो या आलोचना आप की सरकार ने देश और दुनिया भर का ध्यान खींचा है। इसने देश में राजनीति की धारा बदली है। दिल्ली के शहरी विकास मंत्री और सरकार में दूसरे नंबर पर माने जाने वाले मनीष सिसोदिया ने कहा, ""हमने प्रथम महीने में अच्छा काम किया है। सुधार की तो हमेशा गुंजाइश रहती है।"" उन्होंने कहा, ""आने वाले महीनों में हम और जोश से काम करेंगे।"" केजरीवाल ने सत्ता संभालने के तीन सप्ताह के भीतर कई चुनावी वादे पूर कर दिए। उन्होंने गरीब उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दर आधी कर दी और मीटर कनेक्शन वालों के लिए रोजाना 667 लीटर मुफ्त पानी की व्यवस्था कर दी। वीआईपी संस्कृति की प्रतीक कारों पर से लाल और नीली बत्तियां हटा दी गई। स्कूलों की अधोसंरचना का सर्वेक्षण कर प्रत्येक स्कूल को तत्काल मरम्मत के लिए एक लाख रूपये आवंटित किए गए। 45 वर्षीय केजरीवाल ने सुरक्षा लेने से भी इंकार कर दिया और न ही वे ब़डे बंगले में गए। केजरीवाल अब भी अपनी छोटी निजी कार में चलते हैं और राजधानी की लाल बत्तियों पर आम आदमी की तरह रूकते हैं। इसे आप का प्रभाव माना जा सकता है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी हर लाल बत्ती पर रूकने लगी हैं। कई राज्यों ने बिजली दर में कटौती की है। तीन सप्ताह पूरा करने के बाद केजरीवाल ने अपनी सरकार की प्रशंसा करते हुए पूछा था, ""ऎसी एक भी सरकार का नाम बताइए, जिसने 21 दिन में इतना कुछ किया है।"" दिल्ली सरकार का सचिवालय अब सबके लिए खुल गया है। केजरीवाल द्वारा आयोजित जनता दरबार हालांकि इसलिए असफल हो गया, क्योंकि उम्मीद से अधिक 20 हजार लोगों के आने से स्थिति काबू से बाहर हो गई। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ""मैंने किसी भी सरकार को इतनी तेजी से काम करते नहीं देखा है। 2008 में जब शीला दीक्षित की सरकार बनी थी, तब कई दिनों तक सचिवालय में कोई आया ही नहीं था।"" केजरीवाल ने भ्रष्ट लोगों को पक़डने के लिए भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। वह हालांकि जन लोकपाल विधेयक लाने के लिए रामलीला मैदान में किए गए वादे अब तक पूरा नहीं कर पाए हैं। वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर का मानना है कि आप की सरकार ने अच्छा काम किया है। लेकिन केजरीवाल द्वारा दिल्ली में सरकार बनाने के बाद किए गए प्रदर्शन की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ""मैं केजरीवाल के प्रदर्शन के तरीके से सहमत नहीं हूं।"" आप के सिसोदिया ने कहा, ""पारंपरिक राजनीति के आदी रहे लोग अरविंद के धरने से सहमत नहीं होंगे।"" 41 वर्षीय गृहिणी सरिता ने कहा कि आप सरकार की समीक्षा करना जल्दबाजी होगी। लेकिन वह बिजली दर की कटौती से खुश हैं। उन्होंने कहा, ""लेकिन भारती ने जिस प्रकार का व्यवहार किया है, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है।""
लोकसभा चुनाव 2024 : देश की 102 सीटों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण रहा मतदान
लोकसभा चुनाव 2024: देश की 102 सीटों पर कुल 59.71% मतदान दर्ज
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
Daily Horoscope