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नई दिल्ली। दिल्ली की केजरीवाल सरकार संकट में घिरती जा रही है। केजरीवाल सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक रामवीर शौकीन ने समर्थन वापस लेने का ऎलान कर दिया है। शौकीन के मुताबिक, वह सोमवार को ही उपराज्यपाल नजीब जंग को समर्थन वापसी की चिटी सौंप देंगे। शौकीन के मुताबिक उपराज्यपाल से मिलने उनके साथ जदयू विधायक शोएब इकबाल भी जाएंगे। रामबीर शौकीन दिल्ली के मुंडका विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं। रामबीर शौकीन ने केजरीवाल पर वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाते हुए समर्थन वापसी का ऎलान किया है। शौकीन के मुताबिक, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलकर उन्होंने दिल्ली देहात के कई मुद्दों को सुलझाने की बात कही थी, खास कर पानी की समस्या को जल्द निपटाने का आग्रह किया था, लेकिन 10 दिन बीत जाने के बावजूद इस मुद्दे पर सरकार ने कुछ नहीं किया। निर्दलीय विधायक रामवीर शौकीन ने कहा कि सोमवार को शोएब इकबाल के साथ एलजी से मिलने जाऊंगा और मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी सारी बत रखेंगे। दूसरी तरफ, जदयू विधायक ने कहा कि हम जनलोकपाल बिल पर केजरीवाल सरकार के साथ हैं। अगर सरकार विधानसभा में बिल रखेगी तो हम उसका समर्थन करेंगे। हम केजरीवाल सरकार के साथ हैं। गौरतलब है कि आप से बागी हुई विधायक विनोद कुमार बिन्नी केजरीवाल सरकार से अपना समर्थन पहले ही वापस ले चुके हैं। इससे पहले रामबीर शौकीन और बिन्नी के साथ जदयू विधायक शोएब इकबाल ने केजरीवाल सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। हालांकि बाद में 24 घंटे के भीतर ही शौकीन और शोएब केजरीवाल को दोबारा समर्थन देने को तैयार हो गए थे। शौकीन के समर्थन वापसी के फैसले से सरकार पर अल्पमत में आने का खतरा गहराने लगा है। इस समय आप आदमी पार्टी के 27 विधायक हैं। कांग्रेस अपने 8 विधायकों के साथ केजरीवाल के समर्थन में खडी है। इस तरह कुल 70 सदस्यीय विधानसभा में 35 विधायक केजरीवाल के समर्थन में हैं, लेकिन विधानसभा में बहुमत के लिए 36 विधायकों का साथ चाहिए।
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