शाहिद का मानना है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं किसी भी परिस्थिति से
निपटना अच्छी तरह जानती हैं। वे काफी स्वावलंबी और आत्मविश्वासी होती हैं। ये भी पढ़ें - इन बॉलीवुड Beauties का राज है Yoga, क्योंकि जो फिट है वही हिट है
यह
पूछे जाने पर कि क्या वह अगस्त 2016 में जन्मी बेटी मीशा को भी ये गुण
देने जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि वह खुद ही अपने आप को
जाने और परिवार का सम्मान करे और जो भी उसके पास है, उसकी सराहना करे।
एक
ऐसे उद्योग से आने पर जहां महिलाएं अपने पुरुष सह-कलाकारों के समान
प्रभावी रूप से पर्दे पर नजर नहीं आने की शिकायत करती हैं, शाहिद का मानना
है कि गुजरते सालों के साथ महिला अभिनेत्रियों में बदलाव आया है।
उन्होंने
कहा कि अपनी दमदार छवि और प्रभाव के लिए उनका अपने किरदार को बखूबी समझना
महत्वपूर्ण है। यह महिला या पुरुष का मामला नहीं है। जो कहानियां बताए जाने
की हकदार हैं उन्हें जरूर बताना चाहिए। जो किरदार दिखाए जाने के हकदार हैं
उन्हें जरूर दिखाया जाना चाहिए।
मुमताज के बाद सायरो बानो ने की जीनत के लिव-इन की आलोचना, कहा अकल्पनीय और अस्वीकार्य
प्रशांत वर्मा ने जय हनुमान का पोस्टर किया रिलीज़
गर्भवती होने के बावजूद सिंघम अगेन की शूटिंग पर पहुँची दीपिका पादुकोण
Daily Horoscope