नई दिल्ली। बॉलीवुड में नायिकाओं पर केंद्रित फिल्में बनना कोई नई बात नहीं है। असली घटनाओं पर आधारित होने के चलते इस शैली की फिल्मों को बॉक्स ऑफिस में भी काफी पसंद किया जाता रहा है। हालांकि अब इस शैली की फिल्मों पर कुछ ज्यादा ही ध्यान दिया जा रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अब हीरोइनें फिल्मों में महज आई-कैंडी नहीं होतीं, बल्कि उनका किरदार काफी सशक्त व प्रेरणादायक होता है। इस संदर्भ में आप उदाहरण के तौर पर कंगना रनौत की फिल्म 'धाकड़' और परिणीति चोपड़ा की फिल्म 'द गर्ल ऑन द ट्रेन' की रीमेक को ले सकते हैं।
कंगना ने अपनी फिल्म 'धाकड़' को फीमेल-लीड एक्शन फिल्म के रूप में परिभाषित किया है, जबकि परिणीति ने अपनी आगामी फिल्म को अपनी जिंदगी की सबसे कठिन किरदारों में से एक माना है। आलिया भट्ट की फिल्म 'राजी' और तापसी पन्नू की फिल्म 'बदला' भी इसी शैली की फिल्में हैं जिसका अभी ट्रेंड है।
बात अगर कंगना की करें तो वह अपने फिल्मों की हीरो होती हैं। 'क्वीन', 'मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ झांसी' जैसी फिल्मों को उन्होंने अपने दम पर हिट कराया। उनकी हालिया रिलीज फिल्म 'जजमेंटल है क्या' में उनका एंटी-हीरो किरदार कुछ ऐसा था, जिसे हमने अब तक बॉलीवुड की हीरोइनों को करते नहीं देखा है।
कान में भारतीय सितारों ने बिखेरा जलवा
मैं मेजर संदीप नहीं हो सकता, लेकिन मैं उनके माता-पिता का दूसरा बेटा हो सकता हूं : अदिवी सेश
वाराणसी में फ्लोटिंग एलईडी स्क्रीन पर रिलीज किया गया 'धाकड़' टाइटल सॉन्ग
Daily Horoscope