नई दिल्ली। मी टू अभियान के साथ यौन उत्पीडऩ के बारे में जागरूकता फैला रहीं अभिनेत्री नेहा धूपिया का मानना है कि यह केवल मनोरंजन उद्योग से जुड़े लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी के लिए है। नेहा का कहना है कि पीडि़तों को अपनी मुश्किल बताने में संकोच नहीं करना चाहिए, बल्कि इसके बजाय उस बारे में बोलना चाहिए, ताकि निर्दोष लोग बच सकें। नेहा ने कहा कि जीवन काफी लिंग तटस्थ होता जा रहा है, फिर भी काफी कुछ किया जाना अभी बाकी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नेहा ने आईएएनएस के साथ मुंबई से फोन पर हुई बातचीत में कहा, महिलाओं के लिए चीजें बदल रही हैं। उन्हें सत्ता मिल रही है, और पेशेवर होने के नाते वे बहुत अच्छा कर रही हैं। उन्हें सीक्रेट सुपरस्टार, तुम्हारी सुलू या पद्मावती जैसी फिल्मों में भूमिकाएं मिल रहीं, जो महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती हैं। यहां कई फिल्में हैं, जिन्हें नाम दे सकते हैं और जीवन काफी लिंग तटस्थ हो रहा है।
उन्होंने कहा, यह बेहतर हो रहा है, लेकिन दुर्भाग्य से मी टू का सवाल है और हार्वे विंस्टीन भी हैं। नेहा ने हॉलीवुड फिल्म निर्माता हार्वे विंस्टीन के खिलाफ लगे यौन उत्पीडऩ के आरोपों पर यह बात कही। उन पर बेन एफ्लेक, ब्रेट रटनर, चार्ली शीन, डस्टिन हॉफमैन, जेम्स टोबेक और केविन स्पेसी जैसी कई हॉलीवुड अभिनेत्रियों ने आरोप लगाए हैं। इस विवाद से दुनियाभर में मनोरंजन उद्योग को झटका लगा है।
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