न्यूयॉर्क। वैज्ञानिकों ने जेब्रा मछली के मस्तिष्क में मौजूद एक रसायन की खोज की है,
जिससे यह जानने में मदद मिलेगी कि मछली की आंखों में रेटीना किस तरह विकसित
होती है। इस शोध से इंसान के अंधेपन के इलाज में मदद मिलने की संभावना है। [ अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
निष्कर्षो
से पता चलता है कि जीएबीए (गामा एमीनोब्यूट्रिक एसिड) एक न्यूरोट्रांसमीटर
है, जिसका उपयोग तंत्रिका गतिविधियों को शमित करने के लिए जाता है। रसायन
(जीएबीए) को रोककर एएमडी (एज रिलेटेड मैकुलर डिजेनेरेशन) का नया उपचार किया
जा सकेगा। यह अंधेपन और रेटिनिटिस पिगमेंटोसा का सबसे सामान्य कारक है।
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